हमारे विकाश क्रम में मुद्रा का बहुत ही बड़ा योगदान रहा है, प्राचीन काल से ही दुनिया कि विभिन्न सभ्यताओं में मुद्रा अपने अलग अलग रूप में प्रचलित रही है। मनुष्य के विकाश क्रम के प्रारंभ में जब मुद्रा का अस्तित्व नहीं था, तो वस्तु विनिमय के द्वारा व्यापार किया जा था। वास्तु विनिमय का सामान्य अर्थ है कि एक वस्तु के मूल्य के बदले दूसरी वस्तु खरीदना, हालांकि यह व्यवस्था व्यापार को पेचीदा बनाती थी। और जरूरत सा पड़ी एक ऐसी व्यवस्था की जिससे व्यापार में मूल्य निर्धारण करना आसान हो और फिर अस्तित्व में आयी मुद्रा जिसे आज हम रुपया,पैसा जैसे सामान्य रूप से जानते है।
एक दौर ऐसा भी था जब स्वर्ण मुद्राएं चलन में थी, चांदी की मुद्राएं, कांसे की मुद्राएं तांबे के सिक्के जिनसे इतिहास कि झलक हमें दिखाए देती है। आज भी दुनिया भर में प्रत्येक देश की अपनीबालग मुद्रा है, जैसे अमेरिका मुद्रा डॉलर, भारत की मुद्रा रुपया, इंग्लैंड की मुद्रा पाउंड आदि है। सामान्य रूप से हम सभी ने इन्हे सिक्को या नोट के रूप में ही इन्हें देखा है। इसके अलावा हम अपनी पूंजी की शेयर बाजार में निवेश करते है, या जैसे भारत में बहुत पुरानी परम्परा सोने में निवेश करने की जो कि आज भी जारी है, प्रॉपर्टी में निवेश जैसी बातें हमने सुनी है। आज के आधुनिक युग में फिर एक समस्या आ गई की यदि मुद्रा ज्यादा हो तो उसे एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने में जोखिम भी रहता है। तो इस समस्या को बैंक ने दूर किया। और समय के साथ एटीएम मशीन और ऑनलाइन माध्यम जैसे गूगल पे , फोन पे , पे टीएम जैसे माध्यम के द्वारा त्वरित लेन देन करने लगे।
क्रिस्टो करंसी किसे कहते है?
क्रिस्टो करंसी एक प्रकार की आभासी मुद्रा या कूटमुद्रा (क्रिप्टो-करेंसी) क्रिप्टोग्राफी प्रोग्राम पर आधारित एक वर्चुअल करेंसी या ऑनलाइन मुद्रा है और इसका वास्तविक रूप में कोई अस्तित्व नहीं होता। क्रिप्टो-करेंसी को डिजिटल वालेट में ही रखा जा सकता है। क्रिप्टो-करेंसी डिजिटल रूप के कारण इसके इस्तेमाल के लिये किसी बैंक या किसी अन्य वित्तीय संस्थान की आवश्यकता नहीं होती।
मौजूदा समय में 1000 सभी ज्यादा क्रिप्टो करेंसी उपलब्ध है कुछ प्रमुख इस है।
जैसे -
- Ethereum (ETH) ...
- Ripple (XRP) ...
- Litecoin (LTC) ...
- Tether (USDT) ...
- Bitcoin Cash (BCH) ...
- Libra (LIBRA) ...
- Monero (XMR) ...
- EOS (EOS)
क्या है, बिटकॉइन?
अन्य करंसी की तरह इसे कोई बैंक या कोई सेंट्रल अथॉरिटी प्रोड्यूस नहीं करती है। बिटकॉइन 'माइनिंग रिंग्स' कहे जाने वाले कंप्यूटर प्रोड्यूस करते हैं और ये कंप्यूटर इस वर्चुअल करंसी को हासिल करने के लिए गणित की जटिल समस्याओं को हल करते हैं। 2 जनवरी 2009 में 50 कॉइन्स के साथ इसकी शुरुआत हुई थी और हर 10 मिनट में मैथमेटिकल फॉर्म्युले से नए कॉइन से बैच तैयार होते हैं।
क्या बिटकॉइन "Bitcoin" भारत में वैध है ?
इस करंसी का कोई नियंत्रक नहीं है और न ही इसकी खरीद-फरोख्त पर दुनिया का किसी सरकार का नियंत्रण है। अभी पूरे विश्व में कई तरह की वर्चुअल करंसी हैं, जिसमें बिटकॉइन की वैल्यू सबसे ज्यादा है। 6 अप्रैल 2018 को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने वर्चुअल करंसी में ट्रेड पर बैन लगाया था।जिसे बाद में 3 मार्च 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने वर्चुअल करंसी जिसे क्रिप्टोकरंसी भी कहते हैं, उससे ट्रेड को मंजूरी दे दी है। कोर्ट के आदेश के बाद अब वर्चुअल करंसी जैसे बिटकॉइन में कानूनी रूप से लेन देन किया जा सकता है।
क्रिप्टो करेंसी में निवेश सुरक्षित है ?
जैसे की मेने पहले भी बताया है , की बिटकॉइन गिनती किसी भी प्रकारकी वैध मुद्रा में नहीं होती प्रकार भारतीय रुपया हो अमेरिकन डॉलर जो मान्यता प्राप्त वैध मुद्रा है। तो अगर आप भी बिट कॉइन में निवेश करना चाहते है तो इन बातो पर गौर जरूर करिये।
#बिटकॉइन कैसे बनता है?