Majeko




नमस्कार मित्रों ! इस बात की तो कम ही आशा है,कि कोई इसका जवाब दें, दे ही क्यों किसी के पास इतना समय ही नहीं है। आजकल व्यस्त सांसारिक जीवन किसी से मिलना नमस्ते कहना दो बातें करना फालतू का टाइम पास है।


हमारे एक मित्र बड़े जल्दी में घर जा रहे थे। हमने ज़रा उन्हें रोकने की गुस्ताखी कर ली, पूछ लिया हाल-चाल कि सुनाओ भाई क्या चल रहा है ?आजकल जिंदगी में , बस कहने लगे कि यार फुर्सत नहीं मिलती आजकल। हमने भी पूछ लिया भाई ऐसा क्या करते हो, कि फुर्सत ही नहीं मिलती कहने लगे यार सुबह ऑफिस जाता हूं । बस फिर घर जीवन बस इस प्रकार कट रहा है, जैसे सूखे पत्ता पेड़ से लटक कर गिरने का इंतजार करता ।
हमने कहा भाई समय निकालो जरा पत्नी को सीनेमा व बाजार या कहीं घुमाने ले जाओ। आप ठीक कहते हो, उन्होंने उत्तर दिया। परंतु क्या करें आजकल ऑनलाइन ही इतना कुछ हो गया की पत्नी को कहीं ले जाना भी शान के खिलाफ है।
 सच में एक जमाना था, जब पत्नी पति से कहती सुनो जी आज बाजार से खरीदारी करना है। पति कहता आज नहीं कल, कल नहीं परसों ,अंततः पतिदेव को अपने ऑफिस में बहुत से बहाने करना पड़ते। सर मेरे दूर के चाचा जी इलाज के लिए आए हैं । सर आज कोई मर गया है ।सर आज यह ,सर आज में बीमार हूं । ना जाने कितने- कितने बहाने तो फिर क्या बॉस भी हामी भर देते थे।  मजे से घूमना फिरना अच्छा मनोरंजन होता प्यार भी बढ़ता है, यह भी एक जिंदगी।


परंतु आज अगर आप बाजार जाने की बात कहते हो तो लोग कहते हैं । भाई के जमाने में जी रहे हो क्या? ऑनलाइन खरीददारी नहीं करनी आती है क्या भाई? अरे अमर स्मार्ट टीवी तो फिल्म रिलीज वाले दिन ही दिखा देता है । अब बात तो आत्म सम्मान कि थी। तो ले आए हमारे भोलाराम भी एक स्मार्टफोन खुद तो स्मार्ट थे नहीं , परंतु सोचा स्मार्ट फोन से ही थोड़ा स्मार्ट हो जाए। अब भी सारी ख्वाहिशें बस एक क्लिक से पूरी हो जाती थी। घर से बाहर तो जाने का सवाल ही नहीं था।क्या चांद,क्या सूरज और क्या होते हैं तारे ।




    शायद कुछ लोगों को तो अब यह भी नहीं पता होगा। सुना है ,भारत में नया स्टार्टअप बिजनेस शुरू हुआ है। क्या नाम था? उसका क्या नाम है, हां मजे मजे हा याद आया www.majeko.online  वाह नाम सुनकर ही मजा आ गया सोचा यह क्या है ?कुछ समझ नहीं आया।


      हुआ यूं की, एक बार भोलाराम के यहां 38 इंच का बड़ा टीवी खराब हो गया। बेचारे भोलाराम जी परेशान इतना भारी टीवी दुकानदार के पास कैसे लेकर जाए? जरूरी भी है,आज शाम को पत्नी का मनपसंद सीरियल आने वाला है।अगर वह नहीं देख पाई तो भोलाराम जी सीरियस होकर हॉस्पिटल पहुंच जाएंगे।जैसे तैसे करके पड़ोस के बच्चों को बुलाया बुलाया मेरी मदद कर दे, चल टीवी को लेकर टीवी के डॉक्टर के पास कहीं से ऑटो करके लाए।बड़ी दूर तक गए , टीवी ठीक हुआ।दुकानदार ने कहा 750 रू। भाई ये तो बहुत ज्यादा है, दुकानदार बोला भाई साहब टाइम नहीं है, जल्दी करो 700 ही दे दो।भोलाराम ने ₹700 दे दिए क्योंकि उसे पता है, कि जल्दी से घर पहुंचना है। वरना महाभारत शुरू होगी फिर घर पहुंचे पर यह क्या था टीवी तो अभी बंद। लगता है,ऑटो वाले ने बहुत झूला झुलाया। वह भी क्या करें भारत में सड़कों की हालत ही ऐसी है।भोलाराम टेंशन में लड़का जो था उसके साथ थोड़ा स्मार्ट था। उसने कहा अंकल क्यों परेशान होते हो मजेको डॉट ऑनलाइन (www.majeko.online) के बारे में नहीं पता आपको यह क्या होता है,भाई? अरे अंकल यह भारत का एक नया स्टार्ट-अप है जो कि घर जाकर किसी भी समस्या को हाल कर देते है ।
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आप इतना भारी टीवी लेकर गए,एक फोन कर देते तो आपके यहां इलेक्ट्रिशियन आकर ठीक कर देता। इतना नुकसान नहीं उठाना पड़ता आपको । चलो अब हम भी थोड़े स्मार्ट बन जाते स्मार्ट फोन उठाया www.majeko.online पर जाकर उसने टीवी सुधारने वाले को बुलाया। 15 मिनट में ही पहुंचा इलेक्ट्रीशियन टीवी ठीक हुआ। भोलाराम ने सोचा अरे में भी बेवकूफ हूं हमारे पास स्मार्टफोन है, क्यों गया टीवी लेकर इतनी दूर?भोलाराम को समझ में आया स्मार्टफोन से खरीदारी के साथ-साथ  बिगड़ी हुई चीजों को भी ठीक करवा सकते हैं। फिर क्यों समय और पैसे बर्बाद करे?  इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर हो मैकेनिक हो, पेंटर हो ,पंडित हो  कुछ भी हो एक कॉल पर वह हमारे घर आ जाते हैं। तो भाई क्यों ना करें हम स्मार्ट फोन का उपयोग स्मार्ट तरीके से करे। मैं तो करने लगा हूं ,आप भी करो जल्दी कोई भी परेशानी आए तो तुरंत www.majeko.online पर जाओ।







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